खुशखबरी! ज्यादा प्रोडक्शन करने पर मिलेगा ज्यादा बोनस, जानिए सरकार का क्या है प्लान
मोदी सरकार ने दिवाली के पहले इंडस्ट्रीज के लिए बड़ा ऐलान किया है. आत्मनिर्भर भारत अभियान को एक कदम और बढ़ाते हुए केंद्र सरकार के मंत्रीमंडल की बैठक में 10 प्रमुख क्षेत्रों को बढ़ावा देने के लिए PLI (Productivity link bonus) योजना को मंजूरी दी.
सरकार ने 10 इंडस्ट्रीज के लिए प्रोडक्टिव लिंक बोनस का किया ऐलान (फोटो -रॉयटर्स)
सरकार ने 10 इंडस्ट्रीज के लिए प्रोडक्टिव लिंक बोनस का किया ऐलान (फोटो -रॉयटर्स)
मोदी सरकार ने दिवाली के पहले इंडस्ट्रीज के लिए बड़ा ऐलान किया है. आत्मनिर्भर भारत अभियान को एक कदम और बढ़ाते हुए केंद्र सरकार के मंत्रीमंडल की बैठक में 10 प्रमुख क्षेत्रों को बढ़ावा देने के लिए PLI (Productivity link bonus) योजना को मंजूरी दी. इस योजना के तहत इन दस सेक्टरों की इंडस्ट्रीज जितना ज्यादा प्रोडक्शन करेंगी उसी आधार पर उन्हें बोनस दिया जाएगा. सरकार ने इस योजना के लिए अगले पांच साल का बजट भी निर्धारित कर दिया है. सरकार के इस ऐलान का फायदा इन इंडस्ट्रीज में काम करने वाले कर्मचारियों को भी मिलेगा.
मंत्रीमंडल ने दी मंजूरी
केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने Manufacturing और exporting को बढ़ावा देने के लिए 10 प्रमुख क्षेत्रों में उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन (PLI) योजना शुरू करने के नीति आयोग के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है.
इन सेक्टर के कर्मचारियों को मिलेगा PLI
एडवांस केमिस्ट्री सेल (एसीसी) बैटरी, इलेक्ट्रॉनिक/प्रौद्योगिकी उत्पाद, ऑटोमोबाइल एवं ऑटो घटक, फार्मास्यूटिकल्स ड्रग्स, दूरसंचार एवं नेटवर्किंग उत्पाद, वस्त्र उत्पाद : एमएमएफ विभाग और टेक्निकल टेक्सटाइल, खाद्य उत्पाद, उच्च दक्षता सौर पीवी मॉड्यूल, व्हाइट गुड्स (एसी और एलईडी), खास स्टील
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मंत्रालय या विभाग करेंगे लागू
पीएलआई योजना संबंधित मंत्रालयों या डिपार्टमेंट की ओर से लागू की जाएगी. पीएलआई फाइनेंशियल लिमिट्स के दायरे में दिया जाएगा. अलग अलग क्षेत्रों के लिए पीएलआई के अंतिम प्रस्तावों का वैल्यूएशन व्यय वित्त समिति (ईएफसी) द्वारा किया जाएगा. इस मंत्रीमंडल से एप्रूव कराया जाएगा. पीएलआई के लिए किसी भी नए क्षेत्र को मंत्रिमण्डल की नए सिरे से मंजूरी लेने की आवश्यकता होगी.
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इकोनॉमी को मिलेगी मदद
इन 10 प्रमुख विशिष्ट क्षेत्रों में पीएलआई योजना भारतीय निर्माताओं को दुनिया में कॉम्पीटेटिव बनाएगी, महत्वपूर्ण प्रतिस्पर्धी और अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी के क्षेत्रों में निवेश आकर्षित करेगी. उद्योगों की क्षमता को बढ़ाएगी. इससे बड़े पैमाने पर अर्थव्यवस्थाओं का निर्माण भी होगा. निर्यात बढ़ाएगी और भारत दुनिया भर में अपने उत्पाद बेच सकेगा.
अंतरराष्ट्रीय बाजार में बढ़ेगा कारोबार
एसीसी बैटरी विनिर्माण उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स, इलेक्ट्रिक वाहन और रीन्यूएबन एनर्जी जैसे वैश्विक विकास क्षेत्रों के लिए 21वीं सदी के सबसे बड़े आर्थिक अवसरों में से एक का प्रतिनिधित्व करता है. एसीसी बैटरी के लिए पीएलआई योजना देश में प्रतिस्पर्धी एसीसी बैटरी सेट-अप स्थापित करने में बड़े घरेलू और अंतरराष्ट्रीय कारोबारियों को प्रोत्साहित करेगी.
07:51 PM IST